श्री स्वामी समर्थ जयंती

                     II श्री स्वामी समर्थ II



          राजांचे राजे ! योग्यांचे योगी ! भक्त वत्सल, भक्ताभिमानी ! भक्तीचे भूकेले आणि ढोग्यांचे कर्दनकाळ अनंतकोटी ब्रह्मांड नायक राजाधिराज योगीराज परब्रह्म भगवान श्री स्वामी समर्थ महाराजांना त्यांच्या 'प्रकट दिनानिमित्त' म्हणजेच 'स्वामी जयंती' निमित्त त्रिवार वंदन...!

आखिर क्या है ? वैलेंटाइन डे का वास्तविक इतिहास। एक बार जरूर पढ़ें ।




मित्रो यूरोप (और अमेरिका) का समाज जो है वो रखैलों (Kept) में विश्वास करताहै पत्नियों में नहीं,। यूरोप और अमेरिका में आपको शायद ही ऐसा कोई पुरुष या महिला मिले जिसकी एक शादी हुई हो, जिनका एक पुरुष से या एक स्त्री से सम्बन्ध रहा हो और ये एक दो नहीं हजारों साल की परम्परा है उनके यहाँ |